Breaking Newsअपराधछत्तीसगढ़राज्य

सिर्फ 8 घंटे में लापता 4 नाबालिक बालिकाएं सकुशल बरामद , मुंगेली पुलिस की बड़ी सफलता

अभय न्यूज मुंगेली// ग्राम पेतूलकप की 04 नाबालिक छात्राएं भूमिका राजपूत, पायल अनंत, पंच कुमारी और आरुषि राजपूत (सभी के उम्र लगभग 11 वर्ष) जो गुरुवार, 4 जुलाई को स्कूल से घर लौटते समय अचानक लापता हो गई थीं, उन्हें मुंगेली पुलिस ने महज 8 घंटे में सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। यह कार्यवाही ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के अंतर्गत की गई, जो जिले में त्वरित और संवेदनशील पुलिसिंग का प्रेरणादायक उदाहरण बन गई है। जैसे ही बालिकाओं की गुमशुदगी की सूचना पुलिस को मिली, पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देश पर एक विशेष रेस्क्यू टीम गठित की गई। टीम ने बिना समय गंवाए सरगांव, पथरिया, बिलासपुर और रायपुर हाइवे तक विस्तृत सर्च अभियान चलाया। इसी दौरान बिलासपुर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन क्षेत्र में तैनात टीमों ने सतर्कता बरतते हुए चारों बालिकाओं को सुरक्षित ढूंढ निकाला। इस ऑपरेशन में साइबर सेल प्रभारी श्री सुशील बंछोर और उनकी टीम की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी जैसे संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग कर संभावित स्थानों का दायरा सीमित किया, जिससे बच्चियों को जल्द ट्रेस किया जा सका। रेस्क्यू अभियान में थाना पथरिया और थाना सरगांव की टीमों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।पुलिस बल ने पूरे अभियान को मानवीय संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ अंजाम दिया।

4 जुलाई की रात लगभग 10 बजे, बच्चियों के परिजन जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष घनश्याम वर्मा के निवास पहुंचे। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए घनश्याम वर्मा ने तत्काल पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल से संपर्क किया। पुलिस अधीक्षक और उनकी टीम ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए रातभर अथक प्रयास किया, जिसकी बदौलत यह सफलता संभव हो सकी। बाद में श्री वर्मा ने पुलिस अधीक्षक व पूरी टीम को उनकी संवेदनशीलता और दक्षता के लिए बधाई भी दी।

पुलिस अधीक्षक ने दी टीम को बधाई   

पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल ने ऑपरेशन में शामिल समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा: “यह सिर्फ एक रेस्क्यू नहीं, बल्कि समाज के विश्वास की रक्षा है। पुलिसिंग सिर्फ कानून-व्यवस्था नहीं, मानवता की सेवा भी है।”।

 ‘ऑपरेशन मुस्कान’ ने न सिर्फ चार मासूम बच्चियों को उनके परिवारों से मिलाया, बल्कि समाज को यह भरोसा भी दिलाया कि मुंगेली पुलिस हर संकट में सतर्क और संवेदनशील प्रहरी के रूप में खड़ी है।

Related Articles

Back to top button