प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना से सांदीपन गोस्वामी आत्मनिर्भरता की ओर, सौर ऊर्जा से हर माह हो रही हजारों की बचत

अभय न्यूज मुंगेली // भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना आम नागरिकों के लिए आर्थिक सशक्तिकरण और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है। इस योजना के तहत देशभर के लोग अपने घर की छतों पर सौर संयंत्र लगाकर न सिर्फ बिजली बिलों में बचत कर रहे है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार मुंगेली शहर के शिवाजी वार्ड , न्यू बस स्टैंड निवासी सांदीपन पुरी गोस्वामी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने वाले प्रेरणादायक नागरिकों में से एक हैं। उन्होंने योजना का लाभ लेकर अपने घर की छत पर रूफटॉप सोलर पैनल स्थापित किया है। गोस्वामी जी ने कहा कि उन्होंने यह संयंत्र अपने पिता श्री विनोद गोस्वामी के नाम पर लगवाया, और मात्र छह महीनों में करीब 9 से 10 हजार रुपये की बिजली बिल में बचत कर चुके हैं।सांदीपन गोस्वामी ने बताया कि योजना से पहले उन्हें बिजली हॉफ योजना के बावजूद हर माह 1500 से 2000 रुपये तक का बिजली बिल चुकाना पड़ता था, लेकिन सोलर प्लांट लगने के बाद यह खर्च लगभग शून्य के करीब पहुंच गया है। इस पहल से उन्हें न केवल आर्थिक राहत मिली है, बल्कि वे पर्यावरण के प्रति अपने उत्तरदायित्व को भी पूरा कर पा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना आमजन के लिए वरदान साबित हो रही है। उन्होंने जिले के अन्य लोगों से भी आग्रह किया कि वे आगे आकर इस योजना का लाभ उठाएं और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में योगदान दें।
बता दे कि रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने पर 30,000 से 78,000 रुपये तक की सब्सिडी उपलब्ध है। संयंत्र की क्षमता के अनुसार सब्सिडी की राशि तय होती है। 03 किलोवाट से अधिक क्षमता के संयंत्र पर अधिकतम 78,000 रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है। उपभोक्ता अपनी पसंद का ब्रांड चुन सकते हैं। शेष राशि के लिए 7% ब्याज दर पर बैंक ऋण की सुविधा भी मौजूद है। योजना का लाभ लेने के लिए pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट या PMSuryaGhar मोबाइल ऐप पर पंजीकरण कर सकते है। जिसके बाद लॉगिन आईडी प्राप्त कर सूचीबद्ध वेंडर का चयन करना होगा। बिजली विभाग के कर्मचारी की सहायता से ऑनलाइन आवेदन पूर्ण करने के बाद और अनुबंध पर हस्ताक्षर के बाद छत पर संयंत्र की स्थापना होती है। डिस्कॉम द्वारा नेट मीटर लगाने के पश्चात सत्यापन के बाद सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के खाते में जमा की जाती है।