पत्रकार सम्मिलन में पत्रकारों के साथ भेदभाव , जिला प्रशासन के खिलाफ रोष
अभय न्यूज़ मुंगेली //मुंगेली जिला प्रशासन के द्वारा मुंगेली के पत्रकारों का सम्मिलन आयोजित किया गया जिसके लिये बाकायदा जनसंपर्क विभाग ने सूचना जारी कर मुंगेली के एक होटल में पत्रकारों को बुलाया गया। इसमें जिला प्रशासन का रवैया देखने लायक था। सम्मिलन को दोयम दर्जे का रख कार्यक्रम की खानापूर्ति कर ली गई। आखिर इस सम्मिलन का मकसद क्या था? इस पत्रकार सम्मिलन में पहुंचे वरिष्ठ पत्रकारों का ना स्वागतना शिष्टाचार ना उद्बोधन के लिये आमंत्रित किया गया ।
हद तो तब हो गई जब सम्मिलन में मुंगेली प्रेस क्लब के अध्यक्ष द्वारा पत्रकारों के हित में अपनी बात रखना प्रारंभ किया गया तब उनके पूरे उद्बोधन के दौरान कलेक्टर मोबाइल पर मशगूल रहे। अचानक किसी ने ध्यान दिलाया कि समारोह में अध्यक्ष जी अपने वक्तव्य पर ध्यान चाहते हैं तब कलेक्टर साहब ने मोबाइल कट किया।
बता दें मुंगेली जिले के सभी पत्रकार जिला प्रशासन की खबरों को पूरी प्राथमिकता से उठाते रहे हैं और अपेक्षा रखते हैं कि आपसी सहयोग और सामंजस्य बना रहे मगर जिला प्रशासन की नजर में पत्रकारों के इस सद्भाव को दोयम दर्जे के रूप में ही देखने की ही रही। सम्मिलन में भी जिला प्रशासन का रवैया कुछ यही देखने को मिला कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने इस अपना रोष भी जाहिर किया है.
जिला प्रशासन का रवैया बेहद निंदनीय- मनीष शर्मा
छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संघ के प्रदेश सचिव मनीष शर्मा ने कहा कि ” जिला प्रशासन का यह रवैया बेहद निंदनीय है। ऐसा पहली बार नही है जब मुंगेली जिले में वरिष्ठ पत्रकारों के साथ ऐसा सलूक हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा ना ही पत्रकारों को महत्व दिया जाता रहा है और ना ही जनहित के खबरों पर कार्यवाही होती है। मुंगेली जिले के अधिकारी निरंकुश होते जा रहे हैं, जिसके कारण आम जनता में भी दिनोंदिन आक्रोश देखने को मिल रहा है। पत्रकारों के साथ हुए व्यवहार को लेकर जिला प्रशासन को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। जिसके भी सुझाव पर यह सम्मिलन हुआ, उसे भी मालूम होना चाहिए कि किस ढंग से जिला प्रशासन पत्रकार सम्मिलन के आयोजन को लिया गया है।”