यह अंधा कानून है, पुलिस से मिलीभगत कर कब्ज़ा की गरीब किसान की जमीन

गरीब किसान का दर्द यह कैसी सरकार
उज्जैन :- कल उस वक्त लोग चौंक गए जब उन्होंने देखा कि एक शख्स हाथ में बड़ा सा पोस्टर लिए हुए उस पर स्पीकर लगाकर फिल्मी गीतों पर न्याय मांगता दिख रहा है।आम लोगों के लिए भले ही एक छोटा सा किस्सा भर हो पर इस घटना ने इस प्रदेश के कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।
फिल्मी सा दिखने वाला यह मामला मक्सी थाने के ग्राम कनौजिया से जुड़ा हुआ है। यहां रहने वाले सुखराम पिता खूब चंद्र इन दिनों न्याय यात्रा पर निकले हुए हैं उनके साथ उनकी बहन भी है दरअसल सुखराम की 2 बीघा जमीन पर दबंगों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से कब्जा कर लिया और जब उसने इस मामले को लेकर पुलिस से गुहार लगाई तो उल्टे पुलिस ने उस पर ही मुकदमा जड़ दिया मात्र 2 बीघा जमीन के मालिक सुखराम की जमीन पर लंबे समय से वहां के कुछ लोगों की नियत थी पहले तो उन्होंने उसे खरीदने का प्रयास किया लेकिन जब उसने मना किया तो पटवारी तथा अन्य जिम्मेदारों के साथ मिलकर एक ऐसा षड्यंत्र रचा जिसमें गरीब सुखराम की जिंदगी तबाह हो गई।
अब सुखराम न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहा है हैरानी इस बात की होती है कि शिवराज सरकार जो अपने आप को किसानों की सरकार कहती है उसके राज में दबंगई कर सुखराम जैसे गरीब किसानों को डराया धमकाया जा रहा है यही नहीं जिस थाने पर उन्हें न्याय की आस थी वहां पर उल्टे उस पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया सुखराम की गलती यह है कि वह अपने साथ हुए अन्याय को लेकर मुखरता से विरोध करा रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को आईजी तथा कलेक्टर को मिलकर अपनी व्यथा सुनाई है लेकिन उसे न्याय मिल पाएगा यह अभी भी सवालों के घेरे में हैं।