साल की पहली लोक अदालत को बहिष्कार की भेंट चढ़ी

अदालत परिसर में वकील धरने पर बैठे
मध्यप्रदेश के चीफ जस्टिस के फैसले का किया विरोध
उज्जैन :- साल की पहली लोक अदालत शनिवार को बहिष्कार की भेंट चढ़ गई। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के हर दिन 25 केस की सुनवाई के विरोध में अभिभाषकों ने लोक अदालत का बायकाट कर दिया। अदालत परिसर में वकील धरने पर बैठे रहें।
मंडल अभिभाषक संघ ने शुक्रवार को ही लोक अदालत का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया था, इसके तहत ही अभिभाषकों ने लोक अदालत से दूरी बनाई। वकीलों का विरोध मध्यप्रदेश के चीफ जस्टिस के उस आदेश को लेकर था, जिसमें पेडिंग केसों को तेजी से निपटाने के लिए हर दिन 25 केस की सुनवाई करने का टारगेट दिया गया है। 66 दिन में फैसले तक केस को लाने के आदेश से अभिभाषक इस लिए परेशान हैं कि वह अदालतों में पैरवी करने में काफी दिक्कत आ रही है।
लोक अदालत का बहिष्कार करने के बाद अभिभाषक कुर्सियां डालकर परिसर में बैठे रहें। इस दौरान उन्होंने कोई काम नहीं किया। 13 फरवरी से अभिभाषक पूरी तरह काम बंद रखेंगे।