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क्या आपको भी पीरियड्स में हो रही हैवी ब्लीडिंग और क्रैम्प्स

पीरियड्स के दौरान अकसर ही कई तरह की समस्या होती है। इसमें एक बहुत बड़ी समस्या होती है हैवी ब्लीडिंग की। हैवी ब्लीडिंग होना न केवल शरीर को अंदर से कमजोर करता है बल्कि इसे मैनेज करना कठिन होता है। अचानक से स्राव बढ़ जाने से सोना-बैठना और चलना तक मुश्किल हो जाता है।

पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होना गर्भाश्य में फाइब्रॉएड्स होने की वजह से भी हो सकता है। इससे लंबे समय तक भी ब्लीडिंग हो सकती है। कई बार शरीर में हार्मोन का अंसतुलन होने से भी पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होती है।

यदि एंडोमेट्रियम हार्मोन अधिक मात्रा में विकसित होता है तो इससे भारी मासिक धर्म रक्तस्राव होता है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस), मोटापा, इंसुलिन प्रतिरोध और थायरॉयड समस्याओं सहित कई स्थितियों में हार्मोन असंतुलन हो सकता है। और इन सारी ही वजहों से हैवी ब्लीडिंग होती है।

हर महीने की परेशानी यानि पीरियड्स के दौरान बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिंग इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया का लक्षण हो सकता है। पीरियड्स के दौरान बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिंग होना एक चिंताजनक समस्या हो सकती है। ब्‍लीडिंग में जरूरत से ज्‍यादा ब्‍लीडिंग को मेडिकल की भाषा में मेनोरेजिया कहा जाता है।

 

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